कहाँ की मुहब्बत कहाँ के फ़साने
पीने पिलाने के सब हैं बहाने
ख़ुशी में भी पी है
तू ग़म में भी पी है
हैं मस्ती भरे ये मैखाने के पैमाने
...पीने पिलाने के सब हैं बहाने
सताए न हमको कभी याद इ माजी
चलो भूल जाएँ वो गुज़रे ज़माने
पीने पिलाने के सब हैं बहाने
चलो अब तू गुमनाम एस मैखाने से
तुम्हें दफन करने हैं सब ग़म पुराने
पीने पिलाने के सब हैं बहाने ..
सब हैं बहाने
पीने पिलाने के सब हैं बहाने
ख़ुशी में भी पी है
तू ग़म में भी पी है
हैं मस्ती भरे ये मैखाने के पैमाने
...पीने पिलाने के सब हैं बहाने
सताए न हमको कभी याद इ माजी
चलो भूल जाएँ वो गुज़रे ज़माने
पीने पिलाने के सब हैं बहाने
चलो अब तू गुमनाम एस मैखाने से
तुम्हें दफन करने हैं सब ग़म पुराने
पीने पिलाने के सब हैं बहाने ..
सब हैं बहाने
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